सेना भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध में उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन के बाद बवाल, सड़कों पर उतरे युवा

सेना भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध में उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन के बाद बवाल, सड़कों पर उतरे युवा

सेना भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध में उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन के बाद बवाल

सेना भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध में उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन के बाद बवाल, सड़कों पर उतरे युवा

उत्तर प्रदेश के कई शहरों में विरोध हो रहा है। विरोध का असर अब गोरखपुर और देवरिया में भी देखने को मिल रहा है। आक्रोशित युवाओं ने गोरखपुर के सहजनवां रोड पर जाम लगाया। उन्होंने चार साल की नियुक्ति पर सवाल खड़े किए और इस व्यवस्था को बदलने की मांग की। युवाओं ने खजनी थाना क्षेत्र से पैदल विरोध करते हुए सहजनवां रोड पर पहुंचे हैं। गोरखपुर में सड़कों पर जमा छात्रों का कहना है कि पहले तो तीन साल से सेना में भर्ती नहीं हो रही थी। अब सिर्फ चार साल की नौकरी वाली योजना पेश कर दी। ये हमारे साथ धोखा है।

नौजवानों ने गोरखपुर खजनी मार्ग को करीब डेढ़ घंटे जाम कर दिया, जिससे वाहनों को लंबी कतार लग गई। इसके अलावा कालेसर जीरो प्वाइंट पर गोरखपुर-लखनऊ हाईवे जाम करने जा रहे बच्चों को प्रशासन और पुलिस के जिम्मेदारों ने समझा बुझाकर कर शांत कर दिया। इस दौरान करीब एक घंटा अफरा तफरी का माहौल रहा।

वहीं देवरिया जनपद में सेना की ओर से चार साल के लिए युवाओं को अग्निवीर के तौर पर भर्ती करने वाली अग्निपथ योजना का विरोध बढ़ता जा रहा है। इस योजना के खिलाफ बृहस्पतिवार की सुबह सेना भर्ती के सैकड़ों अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल काटा। वे गढ़रामपुर नहर पुलिया के पास जमा हुए और देवरिया-कसया मार्ग को जाम कर अपना विरोध-प्रदर्शन किया।

उनका कहना था कि सरकार इस स्कीम को तत्काल वापस ले। मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद युवाओं को समझा-बुझाकर शांत किया और तब आवागमन बहाल कराया। इस दौरान लगभग दो घंटे तक सड़क पर आवागमन ठप रहा। केंद्र सरकार की इस घोषणा के बाद देश भर के युवा इसके विरोध में उतर आए।

इसी क्रम में बृहस्पतिवार की सुबह तरकुलवा थानाक्षेत्र के नवतप्पी इंटर कॉलेज रामपुर गढ़ के खेल मैदान के पास आसपास के गांवों के सैकड़ों की संख्या में युवा इक्कट्ठा होकर देवरिया-कसया मार्ग को जाम कर दिए और सरकार विरोधी नारे लगाना शुरू कर दिए। उन्होंने अग्निपथ योजना वापस लो,संविदा पर बहाली नही चलेगी, युवाओं का भविष्य बर्बाद करना बंद करो, पुरानी बहाली प्रक्रिया को जारी रखो के नारे लगाए। जिससे सड़क पर घंटों आवागमन ठप हो गया।

युवाओं का एक स्वर में कहना था कि सरकार इस योजना को वापस ले। इस दौरान लगभग दो घंटे तक सड़क पर आवागमन ठप रहा। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवाओं को समझा बूझकर जाम खत्म कराया।

अग्निपथ योजना क्या है?

'अग्निपथ भर्ती योजना' के तहत युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सेना में शामिल होने का मौका मिलेगा। साढ़े 17 साल से 21 साल के युवा लड़के और लड़कियां इसके लिए पात्र होंगे।  इसके लिए 10वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र आवेदन कर सकेंगे। इसकी शुरुआत 90 दिन के भीतर हो जाएगी। इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। पहली भर्ती प्रक्रिया में युवाओं को छह महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग का समय भी चार साल में शामिल होगा।

सेवानिधि पैकेज क्या है?

हर अग्निवीर को भर्ती के साल 30 हजार महीने तनख्वाह मिलेगी। इसमें से 70 फीसदी यानी 21 हजार रुपये उसे दिए जाएंगे। बाकी 30 फीसदी यानी नौ हजार रुपये अग्निवीर कॉर्प्स फंड में जमा होंगे। इस फंड में इतनी ही राशि सरकार भी डालेगी। दूसरे साल अग्निवीर की तनख्वाह बढ़कर 33 हजार, तीसरे साल 36.5 हजार तो चौथे साल 40 हजार रुपये हो जाएगी।   चार साल में उसकी कुल बचत करीब 5.02 लाख रुपये होगी। वहीं सरकार की ओर से भी इतनी ही रकम जमा की जाएगी। नौकरी पूरी होने के बाद उसे ये रकम ब्याज सहित मिलेगी। जो करीब 11.71 लाख रुपये होगी। ये रकम टैक्स फ्री होगी।

सेवा के दौरान शहीद होने या दिव्यांग होने पर आर्थिक मदद का प्रावधान भी है। अगर कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है तो उसे सेवा निधि समेत एक करोड़ से ज्यादा की राशि ब्याज समेत दी जाएगी। इसके अलावा बची हुई नौकरी का वेतन भी दिया जाएगा। अगर कोई जवान ड्यूटी के दौरान डिसेबिल यानी दिव्यांग हो जाता है तो उसे 44 लाख रुपये तक की राशि दी जाएगी और बची हुई नौकरी का भी वेतन दिया जाएगा। चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा। जो 11.71 लाख रुपए होगा।